Ripple vs Stellar : Cryptocurrency और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ने वित्तीय क्षेत्र में क्रांति ला दी है, जिससे तेज और सस्ते क्रॉस-बॉर्डर लेनदेन संभव हो सके हैं। बिटकॉइन की कमियों को दूर करने वाले शुरुआती blockchain में Ripple vs Stellar शामिल हैं, जो दोनों एक दशक से अधिक समय से मार्केट में हैं। दोनों का लक्ष्य वैश्विक भुगतान को आसान बनाना है, लेकिन उनके टारगेट ऑडियंस और दृष्टिकोण अलग हैं। इस ब्लॉग में, हम Ripple vs Stellar की हिस्ट्री, टोकेनॉमिक्स, टेक्नोलॉजी, इंस्टीट्यूशनल अडॉप्शन, चुनौतियों, अवसरों और प्राइस प्रेडिक्शन की गहराई से तुलना करेंगे ताकि यह समझ सकें कि इनमें से कौन बेहतर है।

Ripple vs Stellar की शुरुआत
Ripple: इंस्टीट्यूशनल पेमेंट्स में क्रांति
Ripple की शुरुआत 2011 में हुई थी, जब इसने बिटकॉइन की दो प्रमुख समस्याओं—धीमी ट्रांजैक्शन स्पीड और हाई फीस—को हल किया। Ripple का blockchain 3-5 सेकंड में क्रॉस-बॉर्डर ट्रांजैक्शन को न्यूनतम फीस के साथ पूरा करता है, जो इसे बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस के लिए गेम-चेंजर बनाता है। इसका मार्केट कैप लगभग $185 बिलियन है, और इसका नेटिव टोकन XRP, CoinMarketCap पर तीसरे स्थान पर है। Ripple का फोकस बैंकों और बड़े इंस्टीट्यूशंस पर है, जो उनके अंतरराष्ट्रीय फंड ट्रांसफर को आसान बनाता है।
Stellar: अनबैंक्ड को सशक्त बनाना
Stellar की स्थापना 2014 में Ripple के को-फाउंडर जेड मैककलेब ने की थी। इसका मार्केट कैप लगभग $3 बिलियन है, और इसका टोकन XLM 13वें स्थान पर है। Stellar का लक्ष्य रिटेल यूजर्स और अनबैंक्ड आबादी को तेज और सस्ते लेनदेन की सुविधा देना है। इसका मिशन उन लोगों को वित्तीय पहुंच प्रदान करना है, जो पारंपरिक बैंकिंग सिस्टम से वंचित हैं।
दिलचस्प बात यह है कि दोनों blockchain का उद्देश्य क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स को बेहतर बनाना है, लेकिन Ripple का फोकस इंस्टीट्यूशंस पर और Stellar का फोकस इंडिविजुअल्स पर है, जो उनकी तुलना को और रोचक बनाता है।
टोकेनॉमिक्स: सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल या स्ट्रैटेजिक डिस्ट्रीब्यूशन?
Ripple का टोकेनॉमिक्स
Ripple की टोटल सप्लाई 100 बिलियन XRP टोकन है, जो लॉन्च के समय प्री-माइन किए गए थे। Ripple Foundation के पास लगभग 45% सप्लाई है, जिसमें 38 बिलियन टोकन एक एस्क्रो वॉलेट में लॉक हैं, जो हर साल 1 बिलियन टोकन रिलीज करता है। यह कंट्रोल्ड रिलीज प्रेडिक्टेबिलिटी देता है, लेकिन सेंट्रलाइजेशन की चिंता पैदा करता है। अगर Ripple मार्केट में ज्यादा टोकन डंप करता है, तो XRP की प्राइस गिर सकती है। फिर भी, Ripple की तिमाही रिपोर्ट्स ट्रांसपेरेंसी देती हैं, जो निवेशकों को कुछ भरोसा देता है।
Stellar का टोकेनॉमिक्स
Stellar की शुरुआत 100 बिलियन XLM टोकन के साथ हुई थी, लेकिन 2019 में 50% से ज्यादा टोकन बर्न कर दिए गए, जिससे सप्लाई 50 बिलियन रह गई। Stellar Foundation 65% टोकन होल्ड करता है, जिनका उपयोग कम्युनिटी इनिशिएटिव्स, जैसे एयरड्रॉप्स या प्रोजेक्ट प्रमोशन के लिए होता है। Ripple की तुलना में Stellar की टोकन रिलीज कम प्रेडिक्टेबल है, जिससे अनिश्चितता बनी रहती है। Ripple की स्ट्रक्चर्ड एस्क्रो सिस्टम इसे ट्रांसपेरेंसी में थोड़ा आगे रखती है, लेकिन दोनों नेटवर्क में सेंट्रलाइजेशन मौजूद है।
विजेता: Ripple, इसकी स्ट्रक्चर्ड और ट्रांसपेरेंट टोकन रिलीज मैकेनिज्म के लिए।
टेक्नोलॉजी: स्पीड, स्केलेबिलिटी और डिसेंट्रलाइजेशन
Ripple की टेक्नोलॉजी
Ripple का ब्लॉकचेन प्रति सेकंड 1,500 ट्रांजैक्शन (TPS) प्रोसेस करता है, जिसमें सेटलमेंट टाइम 3-5 सेकंड है। यह एक कंसेंसस प्रोटोकॉल यूज करता है, जिसे Ripple Foundation मैनेज करता है। इसमें 28 ट्रस्टेड वैलिडेटर्स (जैसे यूनिवर्सिटीज़ और इंस्टीट्यूशंस) की लिस्ट होती है। अगर 80% वैलिडेटर्स ट्रांजैक्शन को अप्रूव करते हैं, तो वह वैलिड हो जाता है। यह सिस्टम तेजी सुनिश्चित करता है, लेकिन डिसेंट्रलाइजेशन की कमी है, क्योंकि फाउंडेशन वैलिडेटर लिस्ट को कंट्रोल करता है।
Stellar की टेक्नोलॉजी
Stellar भी 3-5 सेकंड में ट्रांजैक्शन प्रोसेस करता है, और इसकी क्षमता लगभग 1,000 TPS है। इसका Stellar Consensus Protocol (SCP) ज्यादा डिसेंट्रलाइज्ड है। वैलिडेटर्स अपने ट्रस्टेड नोड्स (क्वोरम स्लाइस) चुनते हैं, जिससे कोई सिंगल कंट्रोलिंग एंटिटी नहीं होती। हालांकि, 2019 में Stellar का नेटवर्क 67 मिनट के लिए रुक गया था, जब कई वैलिडेटर्स Stellar Foundation के नोड्स पर निर्भर थे, जो डाउन हो गए। इसके बाद Stellar ने नोड डिस्ट्रीब्यूशन को बेहतर किया, जिससे विश्वसनीयता बढ़ी।
UPI (70,000 TPS) या Solana (सैद्धांतिक रूप से 500 TPS, व्यवहार में 27-30 TPS) जैसे मॉडर्न सिस्टम्स की तुलना में दोनों की स्केलेबिलिटी कम है। फिर भी, Stellar का डिसेंट्रलाइज्ड दृष्टिकोण इसे Ripple के सेंट्रलाइज्ड मॉडल से आगे रखता है।
विजेता: Stellar, इसके डिसेंट्रलाइज्ड कंसेंसस मैकेनिज्म के लिए।
उपयोग के मामले: पेमेंट्स से आगे
स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स और DeFi
स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स और डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) आधुनिक ब्लॉकचेन के लिए महत्वपूर्ण हैं। Ripple में पहले स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट सपोर्ट नहीं था, लेकिन 2025 में इसने एक साइडचेन लॉन्च किया, जो DeFi एप्लिकेशंस को सपोर्ट करता है। यह साइडचेन Ripple के मेन नेटवर्क से इंटरैक्ट करता है, लेकिन इसका अडॉप्शन अभी सीमित है।
Stellar में स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स इन-बिल्ट हैं, जो DeFi, एसेट टोकनाइजेशन और ऑन/ऑफ-रैंपिंग को सपोर्ट करते हैं, बिना साइडचेन की जरूरत के। यह Stellar को DeFi में आगे रखता है, हालांकि दोनों में अभी बड़े पैमाने पर अडॉप्शन नहीं हुआ है।
स्टेबलकॉइन्स
स्टेबलकॉइन्स, जो यूएस डॉलर जैसे एसेट्स से पेग्ड होते हैं, एक उभरता हुआ ट्रेंड हैं। Stellar के ब्लॉकचेन पर USDC, AUD, और EUR जैसे स्टेबलकॉइन्स हैं, जिनका टोटल मार्केट कैप लगभग $600 मिलियन है। Ripple के लेजर पर स्टेबलकॉइन्स का मार्केट कैप केवल $15 मिलियन है, जिसमें USDC और इसका नेटिव स्टेबलकॉइन शामिल है। Stellar का स्टेबलकॉइन्स में शुरुआती अडॉप्शन इसे इस क्षेत्र में लीडर बनाता है, खासकर जब US में GENIUS Act जैसे रेगुलेशंस स्टेबलकॉइन ग्रोथ को बढ़ावा दे रहे हैं।
रियल-वर्ल्ड एसेट टोकनाइजेशन
Stellar रियल-वर्ल्ड एसेट (RWA) टोकनाइजेशन में भी आगे है, जिसमें Franklin Templeton जैसी कंपनियां इसके नेटवर्क का उपयोग कर रही हैं। Ripple इस क्षेत्र में पीछे है। DeFi, स्टेबलकॉइन्स, और RWA में Stellar की बहुमुखी प्रतिभा इसे मजबूत बनाती है।
विजेता: Stellar, DeFi, स्टेबलकॉइन्स, और RWA में इसके उन्नत सपोर्ट के लिए।
इंस्टीट्यूशनल और गवर्नमेंट अडॉप्शन
Ripple की पार्टनरशिप्स
Ripple के पास 100 से ज्यादा ग्लोबल पार्टनर हैं, जिनमें SBI Holdings (जापान), Axis Bank, Kotak Mahindra, और IndusInd Bank (भारत) शामिल हैं। ये पार्टनरशिप्स मुख्य रूप से RippleNet का उपयोग करती हैं, जो इंटरबैंक कम्युनिकेशन के लिए एक मैसेजिंग सॉफ्टवेयर है, न कि XRP Ledger। इससे XRP की प्राइस पर असर सीमित रहता है। Ripple सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसीज (CBDCs) पर भी काम कर रहा है, जैसे भूटान की रॉयल बैंक, लेकिन यह भी RippleNet पर आधारित है।
Stellar की पार्टनरशिप्स
Stellar की प्रमुख पार्टनरशिप 2021 में MoneyGram के साथ है, जो रिटेल यूजर्स को XLM के जरिए क्रॉस-बॉर्डर फंड ट्रांसफर करने की सुविधा देता है। यूजर्स अपने फंड्स को Stellar वॉलेट्स में XLM में कन्वर्ट करते हैं और MoneyGram सेंटर्स के जरिए कैश आउट कर सकते हैं। Stellar ने 2017 में IBM के साथ भी टाई-अप किया था, लेकिन यह ज्यादा स्केल नहीं कर पाया। Ripple की तुलना में Stellar की पार्टनरशिप्स सीमित हैं, लेकिन इसका रिटेल फोकस इसे अनोखा बनाता है।
विजेता: Ripple, इसकी व्यापक इंस्टीट्यूशनल पार्टनरशिप्स के लिए।
चुनौतियां और अवसर
Ripple की चुनौतियां
- XRP Ledger का सीमित उपयोग: ज्यादातर पार्टनर्स RippleNet यूज करते हैं, XRP Ledger नहीं, जिससे XRP की डिमांड सीमित रहती है।
- रेगुलेटरी इश्यूज: 2020-2023 में SEC ने XRP को सिक्योरिटी करार दिया, जिससे डीलिस्टिंग और प्राइस क्रैश हुआ। 2024-25 में क्लेरिटी आई, लेकिन रेगुलेटरी रिस्क बरकरार है।
- कॉम्पिटिशन: Swift का GPI नेटवर्क अब घंटों में ट्रांजैक्शन प्रोसेस करता है, जिससे Ripple का स्पीड एडवांटेज कम हुआ।
Ripple के अवसर
- ऑन-डिमांड लिक्विडिटी (ODL): अगर इंस्टीट्यूशंस ODL को अपनाते हैं, जो XRP का उपयोग करता है, तो डिमांड बढ़ सकती है।
- CBDCs: Ripple का CBDC नेटवर्क XRP के साथ इंटीग्रेट होने पर अडॉप्शन बढ़ा सकता है।
Stellar की चुनौतियां
- सीमित पार्टनरशिप्स: MoneyGram पर निर्भरता Stellar को कमजोर बनाती है, अगर Solana या Ethereum जैसे कॉम्पिटिटर्स समान सॉल्यूशंस लाते हैं।
- सेंट्रलाइजेशन रिस्क: Stellar Foundation के पास 65% टोकन हैं, जो मार्केट में अनिश्चितता पैदा कर सकते हैं।
Stellar के अवसर
- KYC कंप्लायंस: Stellar का इन-बिल्ट KYC सिस्टम एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग रेगुलेशंस के साथ मेल खाता है, जो इसे मजबूत बनाता है।
- रिटेल फोकस: अनबैंक्ड आबादी और रिटेल यूजर्स पर फोकस Stellar को उभरते मार्केट में जगह देता है।
विजेता: Ripple, US में रेगुलेटरी क्लेरिटी और व्यापक पार्टनरशिप नेटवर्क के कारण।
प्राइस प्रेडिक्शन
Ripple (XRP)
XRP की मौजूदा प्राइस (अगस्त 2025) लगभग $3 है। प्रेडिक्शंस इस प्रकार हैं:
- 2025: $2.8 (पहले ही हासिल, अभी ~$3)।
- 2030: ~$5।
- 2035: ~$10।
ये प्रेडिक्शंस ODL अडॉप्शन पर निर्भर हैं। अगर XRP Ledger का उपयोग नहीं बढ़ता, तो ग्रोथ मॉडरेट (10 साल में 4-5x) रहेगी।
Stellar (XLM)
XLM की प्राइस ~$0.41 है, मार्केट कैप $3 बिलियन। अगर Stellar, Ripple के $185 बिलियन मार्केट कैप तक पहुंचता है, तो 10x ग्रोथ संभव है। आधा भी पहुंचे, तो 5x ग्रोथ हो सकती है। लेकिन Solana और Ethereum जैसे कॉम्पिटिटर्स, जो KYC अपनाने की तैयारी कर सकते हैं, इसे जोखिम भरा बनाते हैं।
विजेता: Stellar, इसकी हाई ग्रोथ पोटेंशियल के लिए, हालांकि ज्यादा रिस्की।
निष्कर्ष: Ripple या Stellar?
Ripple और Stellar दोनों अग्रणी ब्लॉकचेन हैं, जिनके अपने-अपने मजबूत पक्ष हैं। Ripple इंस्टीट्यूशनल अडॉप्शन और ट्रांसपेरेंट टोकेनॉमिक्स में आगे है, जो इसे स्टेबिलिटी के लिए बेहतर बनाता है। Stellar डिसेंट्रलाइजेशन, DeFi, स्टेबलकॉइन्स, और रिटेल फोकस में लीड करता है, जिसमें ज्यादा ग्रोथ पोटेंशियल है, लेकिन रिस्क भी ज्यादा है।
- Ripple चुनें अगर: आप स्टेबल, इंस्टीट्यूशन-बैक्ड नेटवर्क और प्रेडिक्टेबल टोकन रिलीज के साथ धीमी ग्रोथ चाहते हैं।
- Stellar चुनें अगर: आप इसके रिटेल फोकस, KYC कंप्लायंस, और स्टेबलकॉइन्स/DeFi में हाई ग्रोथ पोटेंशियल पर दांव लगाना चाहते हैं।
दोनों नेटवर्क को Solana और Cardano जैसे नए ब्लॉकचेन से कड़ी टक्कर है। कमेंट्स में बताएं—आप Team Ripple हैं या Team Stellar?
डिस्क्लेमर
यह ब्लॉग केवल सूचनात्मक और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। इसमें दी गई जानकारी Ripple (XRP) और Stellar (XLM) या किसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सलाह या सिफारिश नहीं है। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट अत्यधिक अस्थिर और जोखिम भरा है। निवेश करने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति, जोखिम सहनशीलता, और निवेश लक्ष्यों का मूल्यांकन करें। हम अनुशंसा करते हैं कि आप स्वतंत्र वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें और अपनी रिसर्च करें। इस ब्लॉग में व्यक्त किए गए विचार और प्राइस प्रेडिक्शंस लेखक के हैं और भविष्य के परिणामों की गारंटी नहीं देते। क्रिप्टोकरेंसी निवेश में पूंजी हानि का जोखिम शामिल है। हम किसी भी वित्तीय नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
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