Crypto Market Update: Bitcoin, Altcoins, and the Wait for July 30

Crypto Market Update : Crypto Market में एक बार फिर हलचल मची हुई है। Bitcoin की कीमत, ऑल्टकॉइन्स में करेक्शन, और 30 जुलाई को होने वाला इंटरेस्ट रेट अनाउंसमेंट—ये सब इस हफ्ते की बड़ी खबरें हैं। साथ ही, भारत में चल रहे संसद सत्र में क्रिप्टो और टैक्स को लेकर कुछ महत्वपूर्ण सवाल उठे हैं। इस लेख में हम मार्केट के लेटेस्ट अपडेट्स, बिटकॉइन की कीमत, डोमिनेंस, और भारत में क्रिप्टो रेगुलेशन की स्थिति को कवर करेंगे। तो चलिए, शुरू करते हैं!

Bitcoin: कीमत और टेक्निकल आउटलुक

वर्तमान में Bitcoin $19,000 के आसपास ट्रेड कर रहा है। हाल के दिनों में मार्केट में वोलेटिलिटी देखने को मिली है, लेकिन बिटकॉइन ने अपने 20-दिवसीय मूविंग एवरेज (DMA) को सपोर्ट के रूप में होल्ड किया है, जो $17,000-$18,000 के बीच है। यह एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि यह लेवल पहले भी करेक्शन के दौरान टेस्ट हुआ और मजबूती दिखाई।

बिटकॉइन प्राइस चार्ट
चार्ट 1: बिटकॉइन का 20-दिवसीय मूविंग एवरेज सपोर्ट ($17,000-$18,000) होल्ड कर रहा है।

ट्रेडर्स के लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है, बशर्ते स्टॉप लॉस का इस्तेमाल हो। अगर यह सपोर्ट टूटता है, तो थोड़ा इंतजार करना बेहतर होगा। मंथली चार्ट पर MACD (मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डायवर्जेंस) इंडिकेटर भी एक महत्वपूर्ण संकेत दे रहा है। अगर मंथली कैंडल MACD के नीचे ओपन करती है, तो यह ऑल्टकॉइन्स के लिए बुलिश सिग्नल हो सकता है, क्योंकि बिटकॉइन डोमिनेंस में कमी आने की संभावना बनती है।

Bitcoin डोमिनेंस और ऑल्टकॉइन्स का भविष्य

Bitcoin डोमिनेंस (मार्केट में बिटकॉइन का हिस्सा) इस समय एक महत्वपूर्ण बिंदु पर है। मंथली कैंडल क्लोजिंग नजदीक है, और अगर डोमिनेंस में गिरावट आती है, तो यह ऑल्ट सीजन की शुरुआत का संकेत हो सकता है। इसका मतलब है कि बिटकॉइन और स्टेबलकॉइन्स में मौजूद पैसा ऑल्टकॉइन्स की ओर मूव कर सकता है।

बिटकॉइन डोमिनेंस चार्ट
चार्ट 2: बिटकॉइन डोमिनेंस में गिरावट ऑल्टकॉइन्स के लिए बुलिश सिग्नल हो सकता है।

पिछले अनुभवों से पता चलता है कि जब डोमिनेंस 40-50% के नीचे जाता है, तो ऑल्टकॉइन्स में रैली की संभावना बढ़ जाती है। अगले 5-6 महीने ऑल्टकॉइन्स के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। ट्रेडर्स को अपने पोर्टफोलियो को प्लान करने और शॉर्ट-टर्म ट्रेड्स के लिए तैयार रहने की सलाह दी जाती है।

30 जुलाई: इंटरेस्ट रेट अनाउंसमेंट और GDP डेटा

30 जुलाई 2025 को दो बड़े इवेंट्स होने वाले हैं, जो मार्केट में वोलेटिलिटी ला सकते हैं:

  1. यूएस GDP नंबर्स (शाम 6:00 बजे IST): पिछले क्वार्टर में GDP नेगेटिव था। अगर इस बार भी नेगेटिव आता है, तो यह रिसेशन की आधिकारिक पुष्टि हो सकती है।
  2. यूएस इंटरेस्ट रेट अनाउंसमेंट (रात 11:30 बजे IST): वर्तमान में इंटरेस्ट रेट 4.5% है। डोनाल्ड ट्रम्प ने फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पॉवेल से मुलाकात कर 3% तक रेट कट की मांग की है। उनका मानना है कि 1-2% रेट्स मार्केट को बूम दे सकते हैं।

हालांकि, मार्केट का अनुमान है कि पॉवेल इस बार रेट्स में बदलाव नहीं करेंगे। अगर रेट्स कम होते हैं, तो मार्केट में पैसा पुश होगा, जिससे स्टॉक और क्रिप्टो मार्केट में उछाल देखने को मिल सकता है। लेकिन अगर रेट्स वही रहते हैं, तो वोलेटिलिटी बढ़ सकती है।

इंटरेस्ट रेट इम्पैक्ट चार्ट
चार्ट 3: कम इंटरेस्ट रेट्स से मार्केट में पैसा पुश होने की संभावना।

भारत में Crypto Market रेगुलेशन: संसद सत्र से अपडेट

भारत में चल रहे संसद सत्र में क्रिप्टो को लेकर कुछ महत्वपूर्ण सवाल उठे। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने निम्नलिखित जवाब दिए:

  • क्रिप्टो अनरेगुलेटेड है: भारत में क्रिप्टो करेंसीज अभी भी अनरेगुलेटेड हैं, लेकिन इलीगल नहीं हैं। सरकार पिछले 5 सालों से क्रिप्टो यूजेज का डेटा कलेक्ट नहीं कर रही।
  • कंपनीज के लिए डिस्क्लोजर: अगर कोई कंपनी Bitcoin या अन्य क्रिप्टो होल्ड करती है, तो उसे अपनी फाइनेंशियल फाइलिंग में इसे डिस्क्लोज करना अनिवार्य है (2021 से लागू नियम)।
  • टैक्सेशन: क्रिप्टो गेन पर 30% फ्लैट टैक्स और 1% TDS अभी लागू है। टैक्स कम करने या ETF लॉन्च करने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।

यह स्पष्ट करता है कि भारत में क्रिप्टो को लेकर अभी कोई बड़ा रेगुलेटरी बदलाव नहीं होने वाला है। निवेशकों को टैक्स नियमों का पालन करते हुए सावधानी बरतनी चाहिए।

कॉइनबेस और भारतीय एक्सचेंज: एक्विजिशन की अफवाहें

हाल ही में लाइवमिंट ने एक आर्टिकल में दावा किया कि कॉइनबेस भारतीय एक्सचेंज कॉइनDCX को एक्वायर करने की बातचीत में है। कॉइनDCX की वैल्यूएशन 2021 में $2.2 बिलियन थी, लेकिन हाल के हैक के बाद यह $1 बिलियन से नीचे आ गई। कॉइनबेस भारत के पोटेंशियल मार्केट को देखते हुए इस डील पर विचार कर रहा है, क्योंकि वे पहले ही FIU रजिस्ट्रेशन ले चुके हैं।

हालांकि, CoinDCX के CEO ने इन अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि कोई डील नहीं हो रही और उनका फोकस एक्सचेंज को ग्रो करने पर है। कॉइनस्विच के CEO ने भी यही कहा कि कॉइनबेस के साथ कोई एक्विजिशन की बातचीत नहीं हुई। दोनों एक्सचेंज में कॉइनबेस वेंचर्स इन्वेस्टर है, जिससे यह कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन फिलहाल कोई ठोस डील की खबर नहीं है।

निवेशकों के लिए सलाह

  • 30 जुलाई को सतर्क रहें: इंटरेस्ट रेट अनाउंसमेंट और GDP डेटा के कारण वोलेटिलिटी बढ़ सकती है। शॉर्ट-टर्म ट्रेड्स के लिए स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करें।
  • ऑल्टकॉइन्स पर नजर: अगर Bitcoin डोमिनेंस गिरता है, तो ऑल्टकॉइन्स में निवेश के अवसर बन सकते हैं। अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें।
  • भारत में टैक्स नियम: क्रिप्टो गेन पर 30% टैक्स और 1% TDS का ध्यान रखें। अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।
  • वोलेटिलिटी में अवसर: बड़े इवेंट्स के दौरान प्राइस जंप और डंप हो सकते हैं। सही प्लानिंग के साथ क्विक ट्रेड्स के लिए तैयार रहें।

निष्कर्ष

Crypto Market इस समय एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। 30 जुलाई का इंटरेस्ट रेट अनाउंसमेंट और GDP डेटा मार्केट की दिशा तय करेंगे। बिटकॉइन का 20 DMA सपोर्ट और डोमिनेंस में संभावित गिरावट ऑल्टकॉइन्स के लिए बुलिश सिग्नल दे रहे हैं। भारत में क्रिप्टो अभी अनरेगुलेटेड है, लेकिन टैक्स और डिस्क्लोजर नियमों का पालन जरूरी है। कॉइनबेस और भारतीय एक्सचेंज की अफवाहें भी मार्केट में चर्चा का विषय बनी हुई हैं।

Crypto Market में उतार-चढ़ाव के बीच सावधानी और रिसर्च के साथ निवेश करें। आपका क्या मानना है—30 जुलाई को इंटरेस्ट रेट कम होगा या नहीं? और कौन से ऑल्टकॉइन्स आपकी नजर में हैं? अपनी राय कमेंट में जरूर शेयर करें!

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